पिछले कुछ वर्षों में, TikTok सबसे अधिक लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म रहा है। यह विशेष रूप से युवाओं के बीच सबसे ज़्यादा लोकप्रिय है। लेकिन, इसके बढ़ते प्रभाव के कारण कई विवाद भी खड़े होते रहे हैं। इनमें सबसे बड़ा विवाद “TikTok ban” से जुड़ा हुआ है।
TikTok Ban का क्या कारण है?
TikTok को चीन में स्थित कंपनी बाइटडांस (ByteDance) ने बनाया है और इसका संचालन भी चीन से ही किया जाता है। इसके कारण अमेरिकी सरकार यह कह रही है कि इस एप्लिकेशन का उपयोग अमेरिका के लोगों की निजी जानकारी इकट्ठा करने के लिए किया जा सकता है। इसीलिए TikTok को लेकर अमेरिकी सरकार पूरी तरह सतर्क है।
Also Read: डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका, चीन ने दिया पीएम मोदी का साथ
अमेरिकी सरकार का दावा है कि TikTok का सारा डेटा बाइटडांस कंपनी सीधे चीन सरकार के साथ साझा करती है, जिससे उनके देश में राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है। इसलिए “TikTok ban in US” की मांग सरकार कर रही है।
क्या TikTok सच में अमेरिका में बैन है?
“Is TikTok banned in US?” यह सवाल ट्रेंडिंग में रहता है। 2020 में, अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने TikTok पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास किया था और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया था। लेकिन, यह प्रतिबंध कानूनी चुनौतियों के कारण लागू नहीं हो सका।
बाद में, जो बाइडेन की सरकार आई और उन्होंने इस मुद्दे पर पुनर्विचार किया और नए नियम बनाए। लेकिन TikTok अभी भी अमेरिका में चल रहा है, लेकिन इसे लेकर चिंताएँ बनी हुई हैं।
TikTok पर लगने वाले आरोप
TikTok पर कई प्रकार के आरोप लगे हैं, जैसे:
- डेटा गोपनीयता: यूज़र्स को आशंका है कि उनका डेटा TikTok पर सुरक्षित नहीं है।
- राष्ट्रीय सुरक्षा: चीन से संचालित होने के कारण, सरकार को लोगों की संवेदनशील जानकारी के लीक होने का डर लगा रहता है।
- युवा पीढ़ी पर प्रभाव: इसके अत्यधिक उपयोग से युवाओं पर मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
Also Read: अभिषेक शर्मा ने सिर्फ 37 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया
ट्विटर या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर ट्रेंड होते “TikTok ban in US” और “TikTok banned” जैसे हैशटैग यह दर्शाते हैं कि ऐसे प्लेटफ़ॉर्म्स को लेकर सुरक्षा और गोपनीयता कितनी महत्वपूर्ण हैं। हालांकि TikTok अभी पूरी तरह से अमेरिका में बैन नहीं हुआ है, लेकिन इसके भविष्य में बैन होने की संभावना अधिक हो गई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में इस पर अमेरिकी सरकार क्या कदम उठाती है।