अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर नौ महीने अंतरिक्ष में बिताने के बाद धरती पर वापस आ गए हैं। भारतीय समयानुसार तड़के 3 बजकर 27 मिनट पर चार अंतरिक्ष यात्रियों को लाने वाला कैप्सूल फ़्लोरिडा के तट के पास समंदर में उतरा।
सुनीता विलियम्स जब अंतरिक्ष यान से बाहर निकलीं तो उनके चेहरे पर मुस्कान थी। स्पेस स्टेशन से ऑन्डॉक होने के बाद ड्रैगन कैप्सूल को धरती पर पहुंचाने में 17 घंटे का समय लगा। ड्रैगन कैप्सूल ने पृथ्वी के वायुमंडल में तेजी से दुबारा प्रवेश किया, जिसके बाद 4 पैराशूट खुले और उन्हें फ्लोरिडा के तट पर धीरे से नीचे उतारा गया। पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते समय इस कैप्सूल की रफ्तार 17 हजार मील प्रति घंटा थी, जिसे कुछ मिनटों के अंतराल में तेजी से धीमा किया गया। नासा के वाडिज़ीया क्रू कार्यक्रम के प्रबंधक स्टिस्टिन ने क्रू मेम्बर की तारीफ की है।
दोनों अंतरिक्ष यात्री, सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर जून 2024 में स्टारलाइнер स्पेसक्राफ्ट के जरिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर पहुंचे थे, जो बोइंग ने बनाया था। स्टारलाइनेर में आई खामी के कारण वे वहीं फंस गए थे। उड़ान के दौरान जब ये ISS के पास पहुंचे, तो उसमें समस्याएं पैदा हो गई थीं। स्टारलाइनेर के पास थ्रस्टर बंद हो गए थे, जबकि अंतरिक्ष में वैक्यूम होता है। ऐसे में थ्रस्टर यान को दिशा देने का काम करते हैं। अगले कुछ महीनों में यान की तकनीकी खामियां बढ़ती गईं, जिसके बाद स्पेसएक्स के कैप्सूल से उनकी वापसी तय हुई।
हालांकि, पहले यह वापसी 16 मार्च 2025 को होनी थी, लेकिन उड़ान से पहले 12 मार्च को ड्रैगन यान के रॉकेट में खराबी आ गई। इसके बाद नासा ने 14 मार्च को ड्रैगन को लॉन्च किया, और अब यह ड्रैगन कैप्सूल 9 महीने से अंतरिक्ष में फंसे यात्रियों को लेकर सुरक्षित धरती पर वापस आ चुका है।